📍 बुलंदशहर, अनूपशहर — उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक शहर अनूपशहर एक बार फिर स्वच्छता के क्षेत्र में मिसाल बनकर सामने आया है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के परिणामों में 20 हजार से ज्यादा और 50 हजार से कम जनसंख्या वाले शहरी निकायों की श्रेणी में अनूपशहर को देशभर में 13वां स्थान और उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।
नगर परिषद की मेहनत लाई रंग
इस बड़ी उपलब्धि के पीछे अनूपशहर नगर परिषद की सतत मेहनत और रणनीतिक प्रबंधन है। नगर में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, सोर्स सेग्रीगेशन (सूखा और गीला कचरा अलग-अलग करना), गीले कचरे से खाद बनाना और सूखे कचरे की रीसाइक्लिंग जैसी व्यवस्थाएं प्रभावी ढंग से लागू की गई हैं।

अनूपशहर की इस सफलता में कबाड़ निस्तारण केंद्र (Waste Processing Unit) की अहम भूमिका रही। यहाँ स्थापित कंपोस्टिंग यूनिट, एमआरएफ सेंटर (Material Recovery Facility) और RRR सेंटर (Reduce, Reuse, Recycle) ने शहर को साफ-सुथरा और पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाया।
110 कर्मचारियों की दो शिफ्ट में मेहनत
नगर परिषद की 110 कर्मचारियों की टीम दिन-रात दो शिफ्टों में स्वच्छता बनाए रखने में जुटी रहती है। पालिका अध्यक्ष ब्रजेश गोयल और अधिशासी अधिकारी गार्गी त्यागी ने बताया कि यह सफलता केवल सरकारी मशीनरी की नहीं, बल्कि स्वच्छता टीम, वार्ड मेंबरों और नागरिकों के सामूहिक प्रयासों की देन है।
जागरूकता अभियान से मिली प्रेरणा
स्वच्छता एंबेसडर मुकेश गुप्ता और संजीव गुप्ता ने नियमित रूप से वार्डों का दौरा कर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। इस पहल से आम नागरिकों में भी जिम्मेदारी की भावना जागी और उन्होंने खुले दिल से सहयोग किया।
अनूपशहर ने रचा इतिहास : नवाचार: जन्म प्रमाण पत्र पर खाद शुल्क
पर्यावरणीय जागरूकता बढ़ाने के लिए अनूठी पहल करते हुए नगर परिषद ने जन्म प्रमाण पत्र बनवाने पर 10 रुपए खाद शुल्क लेना शुरू किया है। यह राशि स्वच्छता गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए उपयोग में लाई जाती है। साथ ही, नागरिकों को सिर्फ 5 रुपए प्रति किलो की दर से जैविक खाद उपलब्ध कराई जा रही है।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में भी रहा शीर्ष पर
गौरतलब है कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में भी अनूपशहर ने नॉर्थ ज़ोन में पहला स्थान प्राप्त किया था। लगातार दो वर्षों तक मिल रही यह सफलता दर्शाती है कि अनूपशहर में स्वच्छता एक आदत बन चुकी है, न कि सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम।
✨ यह उपलब्धि क्यों खास है?
✅ जनभागीदारी का उत्कृष्ट उदाहरण
✅ नवाचार और पर्यावरणीय सोच का संगम
✅ स्थायी विकास की दिशा में प्रेरणादायक पहल
✅ अन्य छोटे शहरों के लिए मॉडल टाउन
अंतिम शब्द:
अनूपशहर ने यह दिखा दिया है कि जनसंख्या चाहे जितनी भी हो, यदि प्रशासन और जनता मिलकर कार्य करें तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में मिली यह सफलता न केवल नगर की प्रतिष्ठा बढ़ाती है, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक प्रेरणा बनती है।